भारत को सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए अगली पीढ़ी को संस्कारित बनाना बहुत जरूरी: भूपेंद्र मोदी

(उत्तराखंड)

ऋषिकेश/ (कुमार रजनीश)/
द्वारका के शारदा मठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती द्वारा राजऋषि की उपाधि से सम्मानित भूपेन्द्र मोदी ने कहा कि वह 75 साल बाद सिंगापुर से भारत लौटें है और भारत के लिए कुछ विशेष काम करना चाहते है। उन्होंने धर्मनगरी ऋषिकेश से सनातन का संदेश देने और सनातनी सोच को आगे बढ़ाने को कहा है।

सोमवार को ऋषिकेश स्थित वीरभद्र मार्ग पर मोदी योगा रिट्रीट में समाजसेवी पंकज भट्ट के संचालन में आयोजित पत्रकार वार्ता में राजऋषि से सम्मानित भूपेंद्र कुमार मोदी ने भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में काम करने के संकल्प पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में धर्म की बात कर राजनीतिक मुद्दा बनाया जाता है जो प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी बनाने के लिए कहा है जिसमें एक ही स्थान पर सभी प्रकार की व्यवस्थाएं जनता को दी जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि अब हिंदुस्तान की सनातन सिटी को भी प्रमोट करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत और भारतीय सभ्यता का इतिहास इतिहास प्राचीन और व्यापक है। विकास के साथ-साथ विरासत भी भारत का दृष्टिकोण रहा है। पिछले दस वर्षों में भारत ने विरासत के संरक्षण के लिए कदम उठाए हैं जिससे भारत को विश्व गुरु माना गया।

उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत ज्ञान और विज्ञान का जनक रहा है और यहीं से ज्ञान पूरे विश्व में फैला है। आज भारत दस साल आगे की योजना पर काम कर रहा हैं। जिससे भारत बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ हमें अपनी धर्म और संस्कृति को दुनिया में कैसे मजबूत करना है इसका भी ध्यान रखना होगा। भारत को एक सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए सभी को अपनी अगली पीढ़ी को संस्कारित बनाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर से हिंदू अपने पूर्वजों की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए हरिद्वार आते हैं और यहीं से चार धाम यात्रा शुरू होती है। यदि हरिद्वार के पास एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाता है तो दुनिया भर से धर्मनिष्ठ हिंदू तीर्थयात्री गंगा में स्नान करने और अपने पूर्वजों तथा परिजनों की मुक्ति के लिए यहां आसानी से पहुंच सकते है।

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