वन्यजीवो से बेखौफ कांवड़ यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना राजाजी का टाईगर
(उत्तराखंड)
ऋषिकेश/ (कुमार रजनीश)/
राजाजी नेशनल पार्क टाईगर रिजर्व क्षेत्रांतर्गत कांवड़ यात्रा के चलते मानव वन्यजीव संघर्ष की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता है। वहीं नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के बाद कांवड़िए लगातार घने जंगलों के रास्ते मुख्य मार्ग पर पहुंच रहे हैं। जिन्हे रोकने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है ऐसे में कभी भी मानवीय क्षति हो सकती है।
जहां कांवड़िए शार्टकट मारने के चक्कर में घने जंगलों के रास्ते अपना सफर पैदल तय कर रहे हैं वही वन विभाग की लापरवाही के चलते कांवड़िए मुख्य पैदल मार्ग को छोड़ कर घने जंगलों में बने कच्चे रास्तों का सहारा ले रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए विभाग मुस्तैद नहीं दिख रहा है।
वहीं वीरभद्र चीला मार्ग पर शक्ति नहर की पटरी पर चल रहे कांवड़ियों को नहर के पार वन विभाग के पुराने खंडहर हो चुके वॉच टॉवर की छत के ऊपर एक टाईगर आराम करता दिखाई दिया जिसे देखने के लिए कांवड़ियों की भीड़ जुट गई कांवड़ियों ने टाईगर का दीदार होते हैं अपने मोबाईल फोन पर तस्वीरें लेनी शुरू करी तो वहीं कुछ कांवड़िए टाईगर की और पत्थर फेंकते दिखाई दिए जिससे टाईगर उठ कर चलता बना। यदि पार्क प्रशासन मुस्तैद होता तो वन्यजीवों का आराम और विचरण प्रभावित नहीं होता। जबकि जीन पैदल रास्तों पर कांवड़िए पैदल चल रहे हैं वहां विशालकाय जंगली हाथी, गुलदार, जंगली सुअर और सर्वाधिक प्रवास के लिए प्रसिद्ध टाईगर विचरण करते रहते हैं। ऐसे में मानव और वन्यजीव का आमना सामना हो जाए तो कोई भी अप्रिय घटना को नकारा नहीं जा सकता है।
(विज्ञापन)