हिंदू जागरण मंच ने बांग्लादेशी कट्टरपंथी जेहादियों का पुतला फूंका
(उत्तराखंड)
ऋषिकेश, (कुमार रजनीश)/
बांग्लादेश में हिन्दूओ के साथ हो अत्याचार से गुस्साए हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का पुतला फूका और कट्टरपंथियों को सुधरने की चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शेख हसीना को देश में शरण न देने की अपील करी। हरिद्वार बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी वा कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का पुतला फूंका ओर बांग्लादेश में निर्दोष हिंदूओ की हत्या तथा उनके परिवारों के साथ हो रहे अत्याचार पर बांग्लादेश के इस्लामिक जेहादी कट्टरपंथियों का पुतला फूंक कर जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान हिंदू जागरण मंच उत्तराखंड के प्रदेश सह संयोजक सतवीर तोमर ने कहा कि आज बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या और बलात्कार जैसे अत्याचार हो रहे है। वहां हिंदुओ के मंदिरों और घरों को निशाना बनाया जा रहा है। जिसका हिंदू जागरण मंच निंदा करता है। उन्होंने कहा कि जहां मुस्लिम देश हैं वहीं सबसे ज्यादा तख्ता पलट कर सरकार गिराई गई है। और अन्य मुस्लिम देशों में भी लगातार तख्ता पलट की स्थिति बनी हुई हैं। उहोंने कहा कि विश्व में कट्टरपंथी जेहादी मुस्लिम अराजकता फैलाने में सबसे आगे हैं। जिसका उदाहरण पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश जैसे लगभग 45 से अधिक है जहां कट्टरपंथियों की वजह से तख्ता पलट हुआ है। उन्होंने कट्टरपंथियों के चेतावनी देते हुए कहा कि हम भारत में किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे हिन्दू जागरण मंच इसका घोर विरोध करेगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदुस्तान में कोई भी ऐसी गलती न करें साथ ही ऐसे मामलों मे सोशल मीडिया में बयान देने वालों को भी सचेत करते हुए कहा कि हिंदुस्तान के अंदर देश विरोधी अराजकता फैलाने की कोशिश करेगा तो उसे हिंदू जागरण मंच मटियामेट करेगा। साथ ही उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करी कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को हिंदुस्तान में शरण न दी जाए क्योंकि शेख हसीना हमेशा से हिंदुस्तान और हिंदू विरोधी रही है जिसने हमेशा से हिंदुस्तान विरोधी देशों का समर्थन किया है। लेकिन आज शेख हसीना को मजबूरन हिंदुस्तान की शरण में आना ही पड़ा है। पुतला फूंकने वालों में महानगर अध्यक्ष नीरज सहरावत, मानू जाटव, कृष्णा बड़ोनी, सुशील मालिक, गजेंद्र नेगी, सोनू वर्मा, मनोज बिजलवान, अशोक मालिक, कृष्ण पाल, जीवन नेगी, राकेश वर्मा, धर्मपाल कश्यप, राहुल शर्मा आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।