ग्रामीण ने ब्लाक अधिकारियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

(उत्तराखंड)

यमकेश्वर/ (कुमार रजनीश)/
यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में सरकारी योजनाओं में आर्थिक भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। जिससे विषम परिस्थितियों में पहाड़ पर रहने वाले ग्रामीण अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। जिसके चलते ग्रामीण अपना गुस्सा सांसद और विधायक पर उतार रहे हैं। और चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर रहे हैं। जब उच्च अधिकारियों और राजनीतिक लोगों को भ्रष्टाचार का पता चला तो खंड विकास अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि खंडविकास अधिकारी, रोजगार सेवक, ग्राम विकास अधिकारी, और अकाउंटेंट सहित तमाम अधिकारी और कर्मचारियों ने मिलकर यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में स्थित ब्लॉक में योजनाओं के नाम पर घालमेल किया है।

ग्रामसभा तल्ला बनास निवासी मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि रोजगार सेवक द्वारा उनको बताया गया था कि उनको बकरी बाड़ा बनाने की धनराशि ₹35000 स्वीकृत हो गई है मोहन सिंह बिष्ट ने बकरी बाड़ा बनवाया और जब भुगतान हेतु बिल ब्लॉक में भेजा तो उनको बकरी बाड़ा बनाने के लिए सिर्फ 19341रुपए प्राप्त हुए, बाकी की धनराशि उनको नहीं मिली, यही नहीं यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के कई ऐसे लोग हैं जिनको बकरी बाडा, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और और मनरेगा के नाम पर कुछ धनराशि देकर इति श्री कर ली गई। मोहन सिंह बिष्ट ने जब ब्लॉक कार्यालय में जाकर ग्राम विकास अधिकारी और खंड विकास अधिकारी से भुगतान के लिए कहा तो उन्हें पूरा पैसा नहीं आने की बात कही गई। और कहा कि जैसे ही ऊपर से पैसा आएगा तो दे दिया जाएगा।

दो वर्ष तक इंतजार करने के बाद जब मोहन सिंह बिष्ट को पैसा नहीं मिला तो उन्होंने खंड विकास अधिकारी से मुलाकात करी। काफी दिन चक्कर काटने के बाद जब उन्होंने फोन किया तो खंड विकास अधिकारी ने उन्हें धमकी दी और कहा कि उनका भुगतान विधिवत रूप से हो गया है, मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि उन्हें कोई भी पैसा नहीं मिला है सिर्फ 19341 रुपए मिले हैं उसके अलावा शेष पैसा नहीं मिला है। उन्होंने जब सूचना का अधिकार लगाकर जानकारी मांगी तो ब्लॉक यमकेश्वर से उनको जो सूचना मिली उसमें बताया गया कि निर्माण सामग्री का भुगतान राणा ब्रदर को कर दिया गया है और जो भुगतान किया गया वह राजपाल सिंह राणा नाम के निजी खाते में जमा कराया गया, जबकि जो भी भुगतान होता है वह फार्म के अकाउंट में जमा होता है ना कि किसी व्यक्ति के अपने पर्सनल अकाउंट में। यही नहीं बकरी बाड़े के पास जो बोर्ड लगाया गया और जो उसका बिल मोहन सिंह बिष्ट को आरटीआई के माध्यम से मिला वह बिल प्रीति आर्टस रेलवे रोड ऋषिकेश के नाम से बनाया गया और भुगतान प्रीति के पर्सनल अकाउंट में जमा कराया गया। जो अन्य बिल मोहन सिंह बिष्ट को उपलब्ध कराए गए उनमें भी काफी विसंगतियां देखने को मिली, बिल की धनराशि अलग है और जो सूचना में बिल दिया गया उसकी धनराशि अलग है, बिलो की तारीख में भी काफी अंतर देखने को मिला। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में सरकार द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं वह धरातल पर ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है। जिससे गरीब ग्रामीण खासे परेशान हैं।

मोहन सिंह बिष्ट द्वारा बताया गया कि उन्होंने जब अपील की तो खंड विकास अधिकारी द्वारा उनको यमकेश्वर तहसील में कई बार अपील की सुनवाई के लिए बुलाया गया, जिससे उनको काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। फिर भी उन्हें उनकी शेष धनराशी नहीं मिल पाई। मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि यदि जिलाधिकारी पौड़ी द्वारा ब्लाक के संबंधित दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और निलंबन के आदेश नहीं किए जाते तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे।

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